टेरर फंडिंग: सामने आए 300 से ज्यादा खाते, जांच जारी

संक्षेप:

  • परिवार ताला बंद कर हुआ लापता
  • दस लोगों की हुई गिरफ्तारी
  • लैपटाप, पेन ड्राइव समेत कई दस्तावेज जब्त

गोरखपुर- टेरर फंडिंग के मामले में अभी तक दस लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। एटीएस की टीम ने शनिवार को गोरखपुर से तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। जांच में पता चला था कि मोबाइल व्यापारी भाइयों का आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकी से संबंध है। वे फोन पर एक-दूसरे से बातचीत करते थे। एटीएस ने कैंट क्षेत्र के गोलघर स्थित बलदेव प्लाजा और कोतवाली क्षेत्र स्थित दो शापिंग कांपलेक्स में स्थित उनकी दुकानों में छापेमारी की और कंप्यूटर हार्ड डिस्क, लैपटाप, पेन ड्राइव तथा कई दस्तावेज जब्त किया। आईजी असीम अरुण के मुताबिक दोनों भाई पाकिस्तानी आका के कहने पर फर्जी नाम व पते पर खाते खुलवाते थे। बाद में विभिन्न श्रोत से उन खातों में रकम जमा कराते थे। अपने खाते से भी वे इनमें रकम भेजते थे। इनके अलावा इस नेटवर्क से प्रतापगढ़ निवासी संजय सरोज, रीवा, मध्य प्रदेश निवासी शंकर सिंह भी सीधे जुड़े थे। वे दोनों भी गिरफ्तार किए गए हैं।

मोबाइल कारोबारी नसीम और नईम अरशद से जुड़े लोगों के 300 से ज्यादा खातों का ब्योरा सामने आया है। पुलिस इनकी जांच कर रही है। इसमें तमाम ऐसे लोग है जो सीधे तौर पर व्यापारी भाइयों से जुड़े है तो कई ऐसे है जो नेपाल में रहकर इस काम को कर रहे हैं। इस कवायद के बाद कई और लोगों के पकड़े जाने की संभावना है। पकड़े गए नसीम और नईम अरशद की और संपत्तियों की तलाश भी शुरू हो गई है। एटीएस दिल्ली में रहने वाले इसके पिता और भाई की भी जांच कर रही है। स्थानीय पुलिस भी जिले में अन्य संपत्तियों की संभावना को देखते हुए जांच कर रही है।

नसीम और नईम अरशद के पकड़े जाने के बाद अब गोलघर के गांधी गली में स्थित आशियाना अपार्टमेंट की चौथी मंजिल पर रहने वाला उनका परिवार भी ताला बंद कर गायब है। शनिवार को गिरफ्तारी के समय दोनों भाइयों की पत्नियां व बच्चे घर में ही मौजूद थे। कारोबारी भाइयों के पिता तथा उनकी फर्म नईम एंड संस के मालिक नईम अहमद भी रविवार को गोरखपुर आ गए थे। सोमवार की देर शाम तक परिवार के लोग अपार्टमेंट में मौजदू थे लेकिन मंगलवार को सुबह उनके फ्लैट में ताला लगा मिला।

ये भी पढ़े : सारे विश्व में शुद्धता के संस्कार, सकारात्मक सोच और धर्म के रास्ते पर चलने की आवश्यकता: भैय्याजी जोशी


If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

अन्य गोरखपुर की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles