गोरखपुरः प्राथमिक स्कूल बाढ़ग्रस्त, तो दुकानों में बच्चों को दी जा रही शिक्षा

संक्षेप:

  • राप्ती नदी में जलस्तर बढ़ते ही गांव हुआ पानी-पानी
  • 217 प्राथमिक विद्यालय राप्ती नदी के पानी में डूबे
  • दुकानों में पढ़ने के लिए मजबूर है बच्चे

गोरखपुरः मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के शहर में बच्‍चों का भविष्‍य राम भरोसे हैं। प्राथमि‍क विद्यालय अब दुकानों में चल रहे है। दरअसल, राप्‍ती नदी के बढ़ते जलस्‍तर के कारण बांध के किनारे बसे गांवों का बुरा हाल है। जिसमें 217 प्राथमिक विद्यालय राप्ती नदी के पानी डूबे हुए है। जिसके चलते शिक्षक बच्चो को सुरक्षित स्थानों पर शिक्षा दे रहे है।

पूरा मामला गोरखपुर के खोराबार ब्‍लॉक के सेंदुली-बेंदुली गांव का है, जहां प्राथमिक विद्यालय बाढ़ग्रस्‍त हो गए है। प्रा‍थमिक विद्यालय त‍क पहुंच पाना कितना मुश्किल है। यहां की कच्‍ची सड़क भी बाढ़ के पानी में डूब गई है। कुछ दिनों से विद्यालय में बाढ़ का पानी भर जाने के कारण से दुकानों में शिफ्ट करना पड़ा है। हर साल बरसात और बाढ़ में विद्यायल पानी में डूब जाता है। बाढ़ के कारण विद्यालय तक पहुंच पाना मुश्किल होता है, इसलिए जब तक बाढ़ का असर रहेगा विद्यालय दुकान में ही चलाना पड़ेगा।

इस दौरान  बच्‍चों की पढ़ाई पर इसका असर नहीं पड़े, इसके लिए गोरखपुर के बीएसए सुधीर कुमार ने दुकानों में पढ़ाने का आदेश दिया है। उनका कहना है कि जब तक विद्यालय बाढ़ से ग्रस्‍त है। तब तक किसी ऊंचे स्‍थान पर विद्यालय को संचालित कराने की वह व्‍यवस्‍था कर रहे हैं।

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साथ ही कहा कि भविष्‍य में यह प्रयास किया जाएगा कि विद्यालय को किसी ऊंचाई वाले स्‍थान पर स्‍थानांतरित किया जा सके। भले ही अधिकारी प्राथमिक विद्यालय को ऊंचे स्‍थान पर स्‍थानांतरित करवाने का दावा कर रहे हैं। लेकिन, सच्‍चाई तो यही है कि इसकी उन्‍हें जानकारी ही नहीं है कि बाढ़ग्रस्‍त गांवों में प्रा‍थमिक विद्यालय किस तरह से संचालित हो रहे हैं। उन्‍हें इसका पता होता, तो प्राथमिक विद्यालय दुकान में नहीं चल रहे होते।

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