Raipur News In Hindi
छत्तीसगढ़ में विकसित कृषि संकल्प अभियान का शुभारंभ, सीएम साय ने 110 हितग्राहियों को सौंपी पीएम आवास की चाबी
मुख्यमंत्री की घोषणाएंमुख्यमंत्री साय ने समाधान शिविर में क्षेत्र के विकास के लिए लगभग 3.5 करोड़ के विभिन्न कार्यों की घोषणा की। इनमें ग्राम भैंसा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हेतु 75 लाख, हाईस्कूल भवन
छत्तीसगढ़ में बनेगा देश का पहला एआई सेज, रेकबैंक करेगा 1000 करोड़ का निवेश
रैकबैंक के सीईओ नरेंद्र सेन का कहना है कि भारत को एआई में आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य है। इस डेटा सेंटर में आईटी इंजीनियर, डेटा विशेषज्ञ, साइबर सुरक्षा अधिकारी, नेटवर्क मैनेजर और कई अन्य पद होंगे। कंपन
छत्तीसगढ़ में 39 लाख के इनामी 18 माओवादियों ने किया समर्पण, कई पर था लाखों का ईनाम घोषित
पलामू के पुलिस महानिरीक्षक सुनील भास्कर ने बताया कि माओवादी रीजनल कमांडर 15 लाख का इनामी नितेश, 10 लाख का इनामी जोनल कमांडर संजय यादव उर्फ गोदराम उर्फ बुधराम और एरिया कमांडर तुलसी भुइयां अपने दस्ता सदस
Chhattisgarh Encounter: जान बचाने के लिए जंगल में भागते फिर रहे थे माओवादी, बिस्तर और कुर्सी से कैसे लगा बसव राजू का सुराग?
पत्र में माओवादियों ने कहा है कि डीआरजी के अभियान से एक दिन पहले माओवादी डेरे से भागे पति-पत्नी ने पुलिस तक सूचना पहुंचाई थी। इसके अगले ही दिन 17 मई को नारायणपुर और कोंडागाव से डीआरजी ने अभियान शुरु ह
सीएम विष्णुदेव साय ने कहा– युक्तियुक्तकरण से शिक्षा होगी बेहतर, समावेशी और प्रभावशाली
स्कूल शिक्षा सचिव ने जानकारी दी कि एक ही परिसर में पढ़ाई की निरंतरता बने रहने से बच्चों की ड्रॉपआउट दर घटेगी, और छात्र ठहराव दर में सुधार होगा।शालाओं के युक्तियुक्तकरण से बच्चों को बार-बार प्रवेश लेने
सुरक्षाबलों ने तोड़ दी नक्सलियों की कमर, एक दिन में 33 इनामी माओवादियों ने कर दिया सरेंडर; जानिए कितना था इनाम
आठ लाख के इनामी: हनुमंत की पत्नी मंगली कोरसा, संपत पूनेम, संपत की पत्नी लक्ष्मी, राजू फरसा, दशरू कुंजाम, मुका माड़वी, अर्जुन माड़वी।पांच लाख के इनामी: तुलसी कोरसा, पायकू कोरसा।दो लाख के इनामी: कुम्मी
महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर में ढेर किए चार नक्सली, कई एडवांस हथियार बरामद
यह भी पढ़ें: 27 नक्सलियों का खात्मा, डेढ़ करोड़ का इनामी माओवादी भी ढेर; अमित शाह को टैग कर पीएम मोदी ने लिखी ये बात
माओवादियों के सामने अब दो ही रास्ते, `मौत या समर्पण`, सुरक्षाबलों के आक्रामक अभियान से हिल गया नक्सलियों का सिंहासन
वहीं, आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटने से उन्हें वैचारिक संघर्ष का एक नया रास्ता मिल सकता है। सुरक्षा बल के आक्रामक अभियान से माओवादी लगभग टूट गए हैं, लेकिन अब भी हथियार डालने की बात नहीं कर रह






















