योगी ने मेरे केस को छोड़कर सभी मंत्री के केस लिए वापस- राजभर

संक्षेप:

  • मुकदमे के सिलसिले में वाराणसी कोर्ट में पहुंचे ओमप्रकाश राजभर
  • ‘मायावती अपने विरोधियों पर जुल्म ढालने के लिए जानी जाती है’
  • ‘14 महीने से सरकार से कर रहा हूं केस वापस लेने की मांग’

वाराणसीः अपने बयानों से विवादों में रहने वाले योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर वाराणसी में दर्ज एक मुकदमे के सिलसिले में कोर्ट में पेश हुए। दरअसल, बसपा सरकार के कार्यकाल के दौरान धरना-प्रदर्शन करने पर ओम प्रकाश राजभर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसके चलते ओमप्रकाश राजभर शुक्रवार सुबह अपने समर्थकों के साथ वाराणसी पहुंचे। यहां पहुंचते ही वे सीधे कोर्ट परिसर गए।

इस दौरान ओमप्रकाश राजभर ने मीडिया से बात करते हुए मायावती पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मायावती अपने विरोधियों के प्रति जुल्म ढालने के लिए जानी जाती है। सभी लोगों के राजनीतिक केस को वापस ले लिए गए लेकिन सरकार ने मेरा केस वापस नहीं करवाया। उन्होंने कहा कि वे पिछले 14 महीने से सरकार को पत्र लिखकर केस को वापस लेने की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार कोई ध्यान ही नहीं दे रही है।

राजभर ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने कई राजनीतिक केसों को वापस करने के लिए खुद ही निर्देश दिए थे लेकिन मेरा केस वापस नहीं लिया गया। इस मौके पर राजभर ने बलिया विधायक सुरेंद्र सिंह के बयान पर चुटकी भी ली। सुरेंद्र सिंह ने हिंदुओं को 5 बच्चे पैदा करने को कहा था। इस पर राजभर ने कहा कि पहले वह खुद पांच बच्चे पैदा तो करें फिर लोगों से कहे।

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क्या था मामला? :

दरअसल यह पूरा मामला 2010 का है जब चौबेपुर थाना अंतर्गत शाहपुर गाँव में दिसम्बर की कड़ाके की सर्दी में गरीबों के मकान बहुजन समाज पार्टी की सरकार में बुल्डोज़र से गिराए जा रहे थे। इस घटना के बाद सुहलदेव समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकश राजभर ने वाराणसी डिवीज़न के कमिश्नर को ज्ञापन दिया था। इसी समय पुलिस ने लाठीचार्ज करके राजभर सहित 9 लोगों को 13 दिन के लिए जेल भेज दिया था। कुछ दिनों के बाद जमानत तो मिल गयी मगर तब से केस अबतक चल रहा है।

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