Lok Sabha Election 2019: पीएम मोदी के खिलाफ ये मृत इंसान क्यों लड़ रहा है चुनाव, जानिए वजह

संक्षेप:

  • पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ इस बार मृत इंसान भी चुनाव लड़ने जा रहा है
  • इस मृत इंसान का नाम है रामअवतार यादव
  • रामअवतार यादव का नाम सरकारी रिकॉर्ड में मृतक के नाम से दर्ज है

आजमगढ़: वाराणसी में इस बार चुनाव काफी रोचक होने जा रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ इस बार मृत इंसान भी चुनाव लड़ने जा रहा है. जी हां आप यकीन नहीं कर रहे हैं तो ये जान लीजिए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी संसदीय सीट से मृत इंसान चुनाव लड़ने जा रहा है. इस मृत इंसान का नाम है रामअवतार यादव. अब सवाल उठता है कि रामअवतार यादव मर गया है तो फिर वो चुनाव कैसे लड़ेंगे. दरअसल रामअवतार यादव का नाम सरकारी रिकॉर्ड में मृतक के नाम से दर्ज है. साल 2005 में एक भूमि माफियाओं ने अभिलेखों में उन्हें मृत करा दिया था. भूमाफिया उनकी जमीन को हड़पना चाहता था.

‘मृतक’ रामअवतार यादव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. रामअवतार का कहना है कि वो सांसद बनकर संसद में मुर्दों की आवाज उठाना चाहते हैं. साथ ही अन्याय और भ्रष्टाचार को खत्म करना भी उनका मुख्य उद्देश्य होगा. रामअवतार की उम्र 85 साल है. वो आजमगढ़ जिले के सगड़ी तहसील के गोरई पट्टी गांव के रहने वाले हैं. रामअवतार शरीर से दिव्यांग भी हैं.

मुलायम के खिलाफ भरा था पर्चा

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इससे पहले रामअवतार सपा संस्थापक मुलायम सिंह के खिलाफ आजमगढ़ सीट से पिछले लोकसभा चुनाव में नामांकन दाखिल कर चुके हैं. हालांकि जांच के दौरान उनका नामांकन खारिज कर दिया गया था.

जमीन नहीं मिली वापस

लाल बिहारी राम अवतार को कागजों में जिंदा दिखाने के प्रयास में लग गए. साल 2014 में रामअवतार यादव का नाम परिवार रजिस्टर में दर्ज हो गया. लेकिन अभी तक उन्हें उनकी जमीन वापस नहीं मिल पाई है. रामअवतार ने हार नहीं मानी है और अपनी जमीन पाने का उनका संघर्ष अभी भी जारी है. अब उन्होंने पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का मन बनाया है.

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